tag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post2399520833395045828..comments2023-12-02T15:15:35.792+05:30Comments on वटवृक्ष: मृत्यु के निकटरवीन्द्र प्रभातhttp://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-89459853156707819372013-01-31T23:23:21.463+05:302013-01-31T23:23:21.463+05:30हृदय से आभार, रश्मि जी।हृदय से आभार, रश्मि जी।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-33032256006877479232013-01-31T20:18:05.849+05:302013-01-31T20:18:05.849+05:30जिन कार्यों को पूर्ण कर, अंतर्मन हो शांत,
वही कर्म...जिन कार्यों को पूर्ण कर, अंतर्मन हो शांत,<br />वही कर्म स्वीकार्य है, अन्य कर्म दिग्भ्रांत।<br /><br />बहुत सही, सुन्दर व सटीक दोहे<br />सादर !<br />शिवनाथ कुमारhttps://www.blogger.com/profile/02984719301812684420noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-49868671687338827262013-01-31T19:38:17.835+05:302013-01-31T19:38:17.835+05:30बड़े सुन्दर और सटीक दोहे..बड़े सुन्दर और सटीक दोहे..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-80976494942424664172013-01-31T16:15:04.941+05:302013-01-31T16:15:04.941+05:30'जिन कार्यों को पूर्ण कर, अंतर्मन हो शांत,
वही...'जिन कार्यों को पूर्ण कर, अंतर्मन हो शांत,<br />वही कर्म स्वीकार्य है, अन्य कर्म दिग्भ्रांत।'<br />सभी दोहे एक से बढ़कर एक ! मन प्रसन्न हो गया पढ़कर ..<br />~सादर!Anita Lalit (अनिता ललित ) https://www.blogger.com/profile/01035920064342894452noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-7188890331612996082013-01-31T15:14:36.998+05:302013-01-31T15:14:36.998+05:30सनातन सत्यों को उकेरते शब्द..सनातन सत्यों को उकेरते शब्द..Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-16822481167717647212013-01-31T13:28:04.972+05:302013-01-31T13:28:04.972+05:30महेंद्र वर्मा जी हमेशा से शानदार लिखते है . एक कल...महेंद्र वर्मा जी हमेशा से शानदार लिखते है . एक कलम के और शब्दों के धनी को बधाई .Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/18094849037409298228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-41434847219019297502013-01-31T12:06:11.116+05:302013-01-31T12:06:11.116+05:30्सटीक शब्दों में सार्थक संदेश देती शानदार प्रस्तुत...्सटीक शब्दों में सार्थक संदेश देती शानदार प्रस्तुति।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.com