tag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post3784423483470137068..comments2023-12-02T15:15:35.792+05:30Comments on वटवृक्ष: मत पूछ मेरे हौसलों की हदों के बारे मेंरवीन्द्र प्रभातhttp://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-83231872223695720052013-12-07T00:15:30.308+05:302013-12-07T00:15:30.308+05:30आया था इक दिन जब हार गए थे ये हौसले
कट गए थे पर इन...आया था इक दिन जब हार गए थे ये हौसले<br />कट गए थे पर इनके, टूट गए थे घौसले<br />लग रहा था अब न उड़ सकेगी ये कोपले,<br />पर अगले दिन फिर निकल पड़े ये तिनको को धुंडने<br />एक-एक तिनका बीनकर, लगे फिर आशियाना जोड़ने<br />.........Really nice.....Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09288459866553177405noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-118858144304212782013-12-06T23:37:10.701+05:302013-12-06T23:37:10.701+05:30सभी पाठको को सादर धन्यवाद् ...आपकी प्रशंसा मेरे लि...सभी पाठको को सादर धन्यवाद् ...आपकी प्रशंसा मेरे लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं..धन्यवाद् रश्मि जी - अंकित सोलंकीAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-43698548541410472952012-05-16T22:31:15.427+05:302012-05-16T22:31:15.427+05:30पंख होने से कुछ नहीं होता...हौसलों से उड़ान होती ह...पंख होने से कुछ नहीं होता...हौसलों से उड़ान होती है...Vaanbhatthttps://www.blogger.com/profile/12696036905764868427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-8006071639835857672012-05-15T19:23:36.336+05:302012-05-15T19:23:36.336+05:30सुन्दर प्रेरक रचना...सुन्दर प्रेरक रचना...Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-77485026773481648662012-05-15T17:44:34.371+05:302012-05-15T17:44:34.371+05:30प्रेरक रचना...
सादर.प्रेरक रचना... <br />सादर.S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib')https://www.blogger.com/profile/10992209593666997359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-64795012219963588362012-05-15T16:29:31.014+05:302012-05-15T16:29:31.014+05:30भरपूर हौसला साथ लिए, जोखिम को तत्पर भैया ।
ख्वाहिश...भरपूर हौसला साथ लिए, जोखिम को तत्पर भैया ।<br />ख्वाहिश है आकाश सरीखी, बाधा लेती रही बलैया |<br /><br />दर्द दवा से रहे चुराते, तकलीफें ताकत बनती -<br />देख हौसले मेरे ऊंचे, तक़दीर कहे दैया रे दैया ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-14563194068866919792012-05-15T15:54:41.835+05:302012-05-15T15:54:41.835+05:30मत पूछ मेरे हौसलों की हदों के बारे में,
ये वो पंछी...मत पूछ मेरे हौसलों की हदों के बारे में,<br />ये वो पंछी हैं, जो जानते ही नहीं सरहदों के बारे में !<br />उड़ते रहते हैं ये निरंतर ख्वाहिशो के आसमानों में,<br />और बाज नहीं आते कभी तकदीर को आजमाने से !<br /> bahut hi sundar prerna dayi rachna 1मुकेश पाण्डेय चन्दनhttps://www.blogger.com/profile/06937888600381093736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-14924751719898192752012-05-15T15:14:30.384+05:302012-05-15T15:14:30.384+05:30हौसले भी किसी हकीम से कम नहीं होते हैं,
हर तकलीफ क...हौसले भी किसी हकीम से कम नहीं होते हैं,<br />हर तकलीफ को ताक़त बना देते हैं,<br />और दर्द से भी दवा चुरा लेते हैं !<br />एक ख्वाहिश टूटे तो हज़ार ख्वाब सजा लेते हैं,<br />और छोटी-छोटी कोशिश से मुक़द्दर बना देते हैं !<br />वाह ,बहुत खूब .... उत्तम प्रस्तुति .... !!<br />इस हौसले से तो संसार हौसला से परिपूर्ण हो जाए .... !!विभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-36866179339876067932012-05-15T15:01:06.595+05:302012-05-15T15:01:06.595+05:30बहुत अच्छी प्ररना देती रचना। अंकित जि को बधाईबहुत अच्छी प्ररना देती रचना। अंकित जि को बधाईनिर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-26500926177734497932012-05-15T13:13:29.452+05:302012-05-15T13:13:29.452+05:30मत पूछ क्या हासिल हैं इन हौसलों की वजह से
ये वो पं...मत पूछ क्या हासिल हैं इन हौसलों की वजह से<br />ये वो पंछी हैं, टिका हैं आसमा जिनकी वजह से<br />बहुत खूब ... बहुत ही अच्छी प्रस्तुति ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-4970630097263375822012-05-15T12:41:56.592+05:302012-05-15T12:41:56.592+05:30बस ये हौसले ही हैं जो कभी रुठते नहीं
हारती हैं ज़ि...बस ये हौसले ही हैं जो कभी रुठते नहीं<br />हारती हैं ज़िंदगियाँ पर ये कभी हारते नहीं<br /><br />ला जवाब और प्रेरक रचना!! आभारसुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.com