tag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post4077548063140560305..comments2023-12-02T15:15:35.792+05:30Comments on वटवृक्ष: ग़ज़ल - प्राण शर्मा रवीन्द्र प्रभातhttp://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-56516931336011186582012-10-16T18:07:17.223+05:302012-10-16T18:07:17.223+05:30वाह!वाह!Pratik Maheshwarihttps://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-60611038345509753552012-10-11T17:53:18.587+05:302012-10-11T17:53:18.587+05:30इतनी सार्थक गजल के लिए बधाई इतनी सार्थक गजल के लिए बधाई Mamta Bajpaihttps://www.blogger.com/profile/00085992274136542865noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-38439288063967019142012-10-10T21:06:38.262+05:302012-10-10T21:06:38.262+05:30Bahut sundar rachana. hardik badhaiBahut sundar rachana. hardik badhaiअवनीश सिंह चौहान / Abnish Singh Chauhanhttps://www.blogger.com/profile/05755723198541317113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-44756861194668001342012-10-09T20:25:10.660+05:302012-10-09T20:25:10.660+05:30प्राण जी, बहुत ही लाजवाब गज़ल. मैंने पढ़कर पत्नी क...प्राण जी, बहुत ही लाजवाब गज़ल. मैंने पढ़कर पत्नी को सुनाया और वाहवाही पायी. आपकी हर गज़ल लाजवाब होती है. बधाई.<br /><br />रूपसिंह चन्देल रूपसिंह चन्देलhttps://www.blogger.com/profile/00515698581454017651noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-18005107415068214832012-10-09T19:29:50.527+05:302012-10-09T19:29:50.527+05:30वाह-वाह-वाह, बस यही निकला मुंह से. हर शेर आत्मा को...वाह-वाह-वाह, बस यही निकला मुंह से. हर शेर आत्मा को छूने वाला. क्या बात है. बधाई प्राण जी girish pankajhttps://www.blogger.com/profile/16180473746296374936noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-47693300272756969182012-10-09T17:43:08.969+05:302012-10-09T17:43:08.969+05:30प्राण जी की रचनाएँ सदा किसी न किसी सामाजिक विषय को...प्राण जी की रचनाएँ सदा किसी न किसी सामाजिक विषय को लेकर सृजित होती हैं. ग़जल का एक एक बंद समय सापेक्ष है. साधुवाद प्राण जी.Usha Raje Saxenahttps://www.blogger.com/profile/01774165307973164303noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-63498364147440726112012-10-09T17:21:05.316+05:302012-10-09T17:21:05.316+05:30Pran ji
Shabdon mein jis tarah se aapne pran foonk...Pran ji<br />Shabdon mein jis tarah se aapne pran foonk diye hai, har shabd ek bimb ukerta hai ankhon ke saamne..Jeevan leela hai yah, jiskee rachna aap hi kar sakate hainDevi Nangranihttps://www.blogger.com/profile/08993140785099856697noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-492600382884005512012-10-09T16:29:36.454+05:302012-10-09T16:29:36.454+05:30aapki gajal bahut gehra prabhav chhodti hai,sundar...aapki gajal bahut gehra prabhav chhodti hai,sundar.ashok andreyhttps://www.blogger.com/profile/03418874958756221645noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-8538017252368826722012-10-09T09:49:42.033+05:302012-10-09T09:49:42.033+05:30बहुत संगत और सारगर्भित !बहुत संगत और सारगर्भित !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-22480430740816713772012-10-09T08:56:33.099+05:302012-10-09T08:56:33.099+05:30उसे भी खेलने दो ृप्राणृ सब हँसते हुओं के संग
तुम्...उसे भी खेलने दो ृप्राणृ सब हँसते हुओं के संग <br />तुम्हारा बच्चा भी हँसना-हँसाना सीख जाएगा <br /><br />प्रेरणा देती हुई एक अच्छी रचना।<br /><br />महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-60954624393530020152012-10-09T07:33:59.345+05:302012-10-09T07:33:59.345+05:30शरीफों के तरह ही घर में आना सीख जाएगा
लगेगी चोट ज...शरीफों के तरह ही घर में आना सीख जाएगा <br />लगेगी चोट जब वो घर चलाना सीख जाएगा <br /><br />कोई आता नहीं है सीख कर हर बात ऊपर से <br />अभी बच्चा है वो पढ़ना-पढ़ाना सीख जाएगा <br /><br />न इसको ढील दो इतनी कहीं जिद्दी न हो जाये <br />ये मन है प्यारे तुमको नित सताना सीख जाएगा <br /><br />ज़माने को हमेशा जानने में वक़्त लगता है <br />हमारा बच्चा भी रस्मे ज़माना सीख जाएगा <br /><br />न बोला कीजिये ऊँचे स्वरों में आप बच्चे पर <br />अभी से ए सजन वो सहम जाना सीख जाएगा <br /><br />बहाना मत बनाया कीजिये बच्चे से कोई आप <br />बहाना वो भी वरना नित बनाना सीख जाएगा <br /><br />उसे भी खेलने दो `प्राण` सब हँसते हुओं के संग <br />तुम्हारा बच्चा भी हँसना-हँसाना सीख जाएगा <br /><br />बेहतरीन अश - आर क्या मतला क्या मक्ता .पूरा मानव मनोविज्ञान और परवरिश का सलीका उड़ेल दिया है गजल में आपने .धैर्य और दृष्टा भाव जीवन में बहुत ज़रूरी है .उम्र सब सिखा देती है बा -शर्ते आदमी आदमी हो कांग्रेसी न हो .<br />ram ram bhai<br />मुखपृष्ठ<br /><br />मंगलवार, 9 अक्तूबर 2012<br />प्रौद्योगिकी का सेहत के मामलों में बढ़ता दखल (समापन किस्त )virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-16496446989608780542012-10-09T07:27:45.323+05:302012-10-09T07:27:45.323+05:30बहुत बढ़िया ग़ज़ल बहुत बढ़िया ग़ज़ल Vandana Ramasinghhttps://www.blogger.com/profile/01400483506434772550noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-10434382841566012922012-10-09T07:10:26.152+05:302012-10-09T07:10:26.152+05:30अहा, मनभेदी पंक्तियाँ।अहा, मनभेदी पंक्तियाँ।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-23442556051919529502012-10-08T21:51:57.861+05:302012-10-08T21:51:57.861+05:30आपकी इस उत्कृष्ट प्रस्तुति की चर्चा कल मंगलवार ९/१...आपकी इस उत्कृष्ट प्रस्तुति की चर्चा कल मंगलवार ९/१०/१२ को चर्चाकारा राजेश कुमारी द्वारा चर्चामंच पर की जायेगी Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-53762228931371331632012-10-08T20:49:35.969+05:302012-10-08T20:49:35.969+05:30यूं तो हर शे'र अपने आप में एक खुला फलक है लेकि...यूं तो हर शे'र अपने आप में एक खुला फलक है लेकिन फिर भी मुझे ये अश्'आर बहुत अच्छे लगे। <br /><br />कोई आता नहीं है सीख कर हर बात ऊपर से <br />अभी बच्चा है वो पढ़ना-पढ़ाना सीख जाएगा <br /><br />ज़माने को हमेशा जानने में वक़्त लगता है <br />हमारा बच्चा भी रस्मे ज़माना सीख जाएगा <br /><br />उसे भी खेलने दो `प्राण` सब हँसते हुओं के संग <br />तुम्हारा बच्चा भी हँसना-हँसाना सीख जाएगा <br /><br />बच्चों के बहाने कितनी बड़ी बातें कह दी आपने...इस दौर में बच्चों के साथ सबसे जियादा साजिश हो रही है...सबसे बड़ा खतरा उनकी मासूमियत पर है और जहां मासूमियत मर जाती है, वहां भला क्या रह जाता है। एक उद्देश्यपूर्ण ग़ज़ल के लिए आदरणीय प्राण शर्मा जी को बधाई। हमारे एक दोस्त शायर पवनेंद्र पवन का शे'र मुझे याद आ रहा है जो इसी हवाले से है: <br /><br />इनको बौना रखने की कोई साजिश हमको लगती है <br />इनके भार से भी ज्यादा जो भार है इनके बस्ते में Navneet Sharmahttps://www.blogger.com/profile/17503086917617110754noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-59821175183578311862012-10-08T18:51:48.425+05:302012-10-08T18:51:48.425+05:30आ० प्राण् जी,
सुन्दर् गजल् के लिये साधुवाद् । ...आ० प्राण् जी,<br /> सुन्दर् गजल् के लिये साधुवाद् । विशेष्-<br /><br />शरीफों के तरह ही घर में आना सीख जाएगा <br />लगेगी चोट जब वो घर चलाना सीख जाएगा <br /><br />कमल Kamalhttps://www.blogger.com/profile/16327379175327363662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-15596437871190013462012-10-08T16:26:14.995+05:302012-10-08T16:26:14.995+05:30न इसको ढील दो इतनी कहीं जिद्दी न हो जाये
ये मन है...न इसको ढील दो इतनी कहीं जिद्दी न हो जाये <br />ये मन है प्यारे तुमको नित सताना सीख जाएगा <br /><br />आपकी तो हर गज़ल शानदार होती है। vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-2485888806703808872012-10-08T13:58:38.973+05:302012-10-08T13:58:38.973+05:30बहुत बढिया गजल..बहुत बढिया गजल..Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-45311657643904219442012-10-08T13:10:55.272+05:302012-10-08T13:10:55.272+05:30badhiya gazal... badhiya gazal... अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-91966510603920455602012-10-08T12:07:24.738+05:302012-10-08T12:07:24.738+05:30बहुत अच्छी और स्तरीय रचना। पढ़ाने के लिए आभार।बहुत अच्छी और स्तरीय रचना। पढ़ाने के लिए आभार।Arun sathihttps://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.com