tag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post4137437518168984721..comments2023-12-02T15:15:35.792+05:30Comments on वटवृक्ष: बिटिया क्या है?रवीन्द्र प्रभातhttp://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-15020382500536916552010-11-18T20:32:45.807+05:302010-11-18T20:32:45.807+05:30बिटिया का काम है पूरे परिवार को एकता के सूत्र में ...बिटिया का काम है पूरे परिवार को एकता के सूत्र में पिरो कर रखना..चाहे माँ, बहिन , पत्नी के रूप में या किसी अन्य रूप में..<br />बहुत ही बढियाँ कविता..सरल शब्दों में दिल की गहराई तक उतरती कविता..Manas Khatrihttps://www.blogger.com/profile/04811583301534736373noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-14033096721345870082010-11-18T12:04:05.355+05:302010-11-18T12:04:05.355+05:30bahut hi sarthak soch,
aur bahu ko beti ke roop m...bahut hi sarthak soch, <br />aur bahu ko beti ke roop me dekhna<br />ati sundar khayaal, <br /><br />sundar kavita ke liye sadhubadKhare Ahttps://www.blogger.com/profile/08834832296834095341noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-32087173919055369632010-11-17T09:19:07.945+05:302010-11-17T09:19:07.945+05:30बेटियों पर कविता... बिल्कुल बेटियों जैसी खूबसूरत ह...बेटियों पर कविता... बिल्कुल बेटियों जैसी खूबसूरत है...POOJA...https://www.blogger.com/profile/03449314907714567024noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-67263256651878072082010-11-16T22:35:17.190+05:302010-11-16T22:35:17.190+05:30sahi kaha hai apne ek dam...sahi kaha hai apne ek dam...gyaneshwaari singhhttps://www.blogger.com/profile/16752930608738766658noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-16980680136933190742010-11-16T22:09:38.686+05:302010-11-16T22:09:38.686+05:30मैं तो पृष्ठ-पृष्ठ हूँ
तुम ही मेरी जिल्द हो।
अतिसु...मैं तो पृष्ठ-पृष्ठ हूँ<br />तुम ही मेरी जिल्द हो।<br />अतिसुन्दर भावाव्यक्ति , बधाईSunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-65044975548210367932010-11-16T21:28:28.352+05:302010-11-16T21:28:28.352+05:30अब तो केवल शब्द हैं
पुस्तिका बनोगी तुम
मैं तो पृष्...अब तो केवल शब्द हैं<br />पुस्तिका बनोगी तुम<br />मैं तो पृष्ठ-पृष्ठ हूँ<br />तुम ही मेरी जिल्द हो।<br /><br />कविता में बेटियों के प्रति स्नेह, दुलार, ममता...सभी भाव सजीव हो उठे हैं...एक उत्तम रचना।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-56859353015185273192010-11-16T20:57:08.024+05:302010-11-16T20:57:08.024+05:30रश्मि जी, आपकी चंद पंक्तियां...और अजित गुप्ता जी क...रश्मि जी, आपकी चंद पंक्तियां...और अजित गुप्ता जी की ये कविता भाव विभोर कर गई...<br /><br />इसी सिलसिले में अपना एक शेर हाज़िर है-<br />बादलों के पार मैं इक और ही दुनिया में था<br />थामकर उंगली चली नन्ही परी जब साथ में.शाहिद मिर्ज़ा ''शाहिद''https://www.blogger.com/profile/09169582610976061788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-59506727154702470072010-11-16T18:07:00.526+05:302010-11-16T18:07:00.526+05:30अति उत्तम भाव लिए कविता |बहुत बहुत बधाई |
आशाअति उत्तम भाव लिए कविता |बहुत बहुत बधाई |<br />आशाAsha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-15804077573609899562010-11-16T17:46:43.520+05:302010-11-16T17:46:43.520+05:30मैं तो जाता प्राण हूँ
तुम ही तो शरीर हो।
अब तो केव...मैं तो जाता प्राण हूँ<br />तुम ही तो शरीर हो।<br />अब तो केवल शब्द हैं<br />पुस्तिका बनोगी तुम<br />मैं तो पृष्ठ-पृष्ठ हूँ<br />तुम ही मेरी जिल्द हो।<br />..बहुत सुन्दर प्यारी रचनाकविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-64863872335214588732010-11-16T15:11:47.186+05:302010-11-16T15:11:47.186+05:30मैं तो पृष्ठ-पृष्ठ हूँ
तुम ही मेरी जिल्द हो।
वाह! ...मैं तो पृष्ठ-पृष्ठ हूँ<br />तुम ही मेरी जिल्द हो।<br />वाह! कितनी खूबसूरत बात कह दी।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-81769257749273150482010-11-16T14:19:55.288+05:302010-11-16T14:19:55.288+05:30बेटियों सी प्यारी रचना.बेटियों सी प्यारी रचना.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-83490755205486189252010-11-16T13:30:50.065+05:302010-11-16T13:30:50.065+05:30बेटियाँ हमारे मन की खुशबू और हमारा ही दूसरा रूप...बेटियाँ हमारे मन की खुशबू और हमारा ही दूसरा रूप ...<br />बेटियों की मां होना ...<br />एक बेहद खूबसूरत एहसास ..!<br />खूबसूरत एहसास लिए कविता ..!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-80025382461937054472010-11-16T12:27:34.289+05:302010-11-16T12:27:34.289+05:30बहुत सुंदर वर्णन किया है , बेटियों में अपने को आत्...बहुत सुंदर वर्णन किया है , बेटियों में अपने को आत्मसात करके. बेटियाँ वह नियामत हैं ये वही जानता है जिसको ऐसी नियामत मिलती है. मेरी तो दो आँखें हैं मेरी बेटियाँ. सबसे यही गुजारिश है की बेटियों को प्यार और सम्मान दो. वे ही इस सृष्टि का आधार हैं.रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-13500743543578996742010-11-16T11:56:15.968+05:302010-11-16T11:56:15.968+05:30इसमें कोई दो राय नहीं है कि बेटियां घर की रौनक होत...इसमें कोई दो राय नहीं है कि बेटियां घर की रौनक होती है ... और बेटों से कम नहीं होती है ... फिर हमारी समाज व्यवस्था इतनी कमज़ोर है कि बेटियों को हमेशा कमतर आंका जाता रहा है ...<br />बहुत सुन्दर रचनाIndranil Bhattacharjee ........."सैल"https://www.blogger.com/profile/01082708936301730526noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-74050781612049042072010-11-16T11:07:53.636+05:302010-11-16T11:07:53.636+05:30सबको मुबारक बेटियां।सबको मुबारक बेटियां।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.com