tag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post8716339245567348787..comments2023-12-02T15:15:35.792+05:30Comments on वटवृक्ष: यह आग की बात है ,तूने यह बात सुनाई हैरवीन्द्र प्रभातhttp://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comBlogger18125tag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-14492353093933288932011-05-07T12:56:16.392+05:302011-05-07T12:56:16.392+05:30रश्मि जी ,
इस बेहतरीन प्रस्तुति के लिए,आभार...रश्मि जी ,<br />इस बेहतरीन प्रस्तुति के लिए,आभार...श्यामलाhttps://www.blogger.com/profile/00267732473957353780noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-33835103994251356362010-12-13T15:52:45.076+05:302010-12-13T15:52:45.076+05:30इस सुन्दर प्रस्तुति हेतु आभार!इस सुन्दर प्रस्तुति हेतु आभार!अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-71639624412207456502010-12-13T11:25:13.932+05:302010-12-13T11:25:13.932+05:30अमृता जी, को पढ़ना ब्लाग जगत में ...उसका माध्यम ...अमृता जी, को पढ़ना ब्लाग जगत में ...उसका माध्यम या तो आप रही हैं ....या फिर रंजना जी, इस बेहतरीन प्रस्तुति के लिये आप दोनों का बहुत-बहुत आभार .........।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-65194000174559145712010-12-13T09:51:39.819+05:302010-12-13T09:51:39.819+05:30ishq ke jitne bhi kisse mash-hoor hue judaai ke th...ishq ke jitne bhi kisse mash-hoor hue judaai ke they. amrita-imroz ka ishq milan ka aisa sach hai jo kahani nahi, aur jisme kabhi kisi ne ishq ka izhaar shabdon mein na kiya. dono ne ishq jiya hai. imroz se milna amrita se bhi milna hota, wo aaj bhi unke sath aise hain jaise imroz kee nazm ji rahi. bahut achha laga padhna. shubhkaamnaayen.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-79524027396477080482010-12-13T09:41:38.615+05:302010-12-13T09:41:38.615+05:30कुदरत के केनवास पे रचित अमृता जी एक ऎसी आकृति थी ज...कुदरत के केनवास पे रचित अमृता जी एक ऎसी आकृति थी जिसे पढ़ पाना आसान नही ,<br />लेकिन बिना पढ़े रह पाना भी आसान नही .<br /><br />साहिर के जाने पर उसके जले हुए सिगरेटों को <br />फिर से पीना ....<br />फिर इमरोज़ को कहना ...में तेनु फिर मिलेंगी ...|<br />ये उनके प्रेम की ऊँचाई थी जिसमे आस्तित्व गौण <br />हो जाता . <br /><br />इन सबके बीच यदि कुछ बना रहा तो वो उनकी कलम .....Anupam Karnhttps://www.blogger.com/profile/13180006039022421006noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-60797471494732862552010-12-13T07:13:47.624+05:302010-12-13T07:13:47.624+05:30यह जिंदगी की वही सिगरेट जो तूने कभी सुलगाई थी ...
...यह जिंदगी की वही सिगरेट जो तूने कभी सुलगाई थी ...<br />अमृता जी को पढना हमेशा ही लाजवाब अनुभव रहता है ...<br />आभार !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-18182245863513929492010-12-13T05:55:20.253+05:302010-12-13T05:55:20.253+05:30संवेदना की
बहुत बड़ी पहचान है
बहती हुई अश्रुधारा...संवेदना की <br />बहुत बड़ी पहचान है <br />बहती हुई अश्रुधारा! <br />जीवन के उन्मुक्त गगन पर <br />खग वृन्दों सा <br />विचरे प्रेम सारा!<br />--<br />परोक्ष में तो यही पोस्ट का सार है!<br />--<br />उच्चारण का पता बदल गया है!<br />इसलिए चिट्ठाजगत पर दिखाई नहीं देता है!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-64384252187558241212010-12-12T23:44:05.740+05:302010-12-12T23:44:05.740+05:30रश्मि जी,
आज की पोस्ट यादगार बन गई है.रश्मि जी,<br />आज की पोस्ट यादगार बन गई है.शाहिद मिर्ज़ा ''शाहिद''https://www.blogger.com/profile/09169582610976061788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-21495113626615587272010-12-12T22:12:10.218+05:302010-12-12T22:12:10.218+05:30रश्मि-रंजना और अमृता-इमरोज की बेजोड़ प्रस्तुति।रश्मि-रंजना और अमृता-इमरोज की बेजोड़ प्रस्तुति।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-85914755640757573022010-12-12T20:06:11.723+05:302010-12-12T20:06:11.723+05:30अमृता जी से संबंधित प्रसंग पढ़कर अच्छा लगा। वे एक ...अमृता जी से संबंधित प्रसंग पढ़कर अच्छा लगा। वे एक महान लेखिका और कवयित्री थीं। मैं तो उन्हें दार्शनिक समझता हूं।<br /><br /><br />चिंगारी तूने दी थी<br />यह दिल सदा जलता रहा<br />वक़्त कलम पकड़ कर<br />कोई हिसाब लिखता रहा<br /><br />ऐसी बातें कोई दार्शनिक ही लिख सकता है।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-88590817205507659452010-12-12T20:00:39.062+05:302010-12-12T20:00:39.062+05:30हम तो कब से पढ़े जा रहे हैं, काव्य, गद्य और न जाने...हम तो कब से पढ़े जा रहे हैं, काव्य, गद्य और न जाने क्या क्या!<br />ब्लॉग पर ऐसी बातें भी मिलती हैं पढ़ने को, मालूम न था|www.navincchaturvedi.blogspot.comhttps://www.blogger.com/profile/07881796115131060758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-17404473325699900652010-12-12T19:02:05.357+05:302010-12-12T19:02:05.357+05:30क्या कहूँ ... अद्भुत, अनुपम ...क्या कहूँ ... अद्भुत, अनुपम ...Indranil Bhattacharjee ........."सैल"https://www.blogger.com/profile/01082708936301730526noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-67189654678074511202010-12-12T18:26:13.918+05:302010-12-12T18:26:13.918+05:30रश्मि जी ,
इस प्रस्तुति के लिए,आभार...रश्मि जी ,<br /> इस प्रस्तुति के लिए,आभार...Sunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-77325163476392806292010-12-12T17:14:34.294+05:302010-12-12T17:14:34.294+05:30बेहतरीन!!!बेहतरीन!!!nilesh mathurhttps://www.blogger.com/profile/15049539649156739254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-54366088732759973762010-12-12T14:59:38.525+05:302010-12-12T14:59:38.525+05:30रंजना जी ,
आक की पेशकश बहुत खास है ...बहुत अच्छा ल...रंजना जी ,<br />आक की पेशकश बहुत खास है ...बहुत अच्छा लगा पढ़ना ..<br /><br />रश्मि जी ,<br />आभार ,इस प्रस्तुति के लिएसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-1572768250114350292010-12-12T14:56:41.396+05:302010-12-12T14:56:41.396+05:30दीदी,
रंजना जी के माध्यम सेअमृता जी की रचना से रूब...दीदी,<br />रंजना जी के माध्यम सेअमृता जी की रचना से रूबरू कराने केलिये ह्रदय से आभारी हूँ.जिनकी प्रतीक्षा इमरोज जी जैसे लोग करते रहे हों,वैसी हस्ती को मेरा नमन है.आज मैं पहलीबार रंजना जी के माध्यम से इमरोज जी और अमृता जी के बारे में जान पाया हूँ और प्रेम के अद्भुत परा-भौतिक संसार की झलक देख पाया हूँ जो john donne की कविताओं में देखने को मिलती थी. इसके लिए आपदोनों का आभार.Rajivhttps://www.blogger.com/profile/05867052446850053694noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-5661862309666676852010-12-12T14:52:22.554+05:302010-12-12T14:52:22.554+05:30दीदी,
रंजना जी के माध्यम सेअमृता जी की रचना से रूब...दीदी,<br />रंजना जी के माध्यम सेअमृता जी की रचना से रूबरू कराने केलिये ह्रदय से आभारी हूँ.जिनकी प्रतीक्षा इमरोज जी जैसे लोग करते रहे हों,वैसी हस्ती को मेरा नमन है.आज मैं पहलीबार रंजना जी के माध्यम से इमरोज जी और अमृता जी के बारे में जान पाया हूँ और प्रेम के अद्भुत परा-भौतिक संसार की झलक देख पाया हूँ जो john donne की कविताओं में देखने को मिलती थी. इसके लिए आपदोनों का आभार.Rajivhttps://www.blogger.com/profile/05867052446850053694noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5300117287075212784.post-62600006304263532602010-12-12T12:26:27.812+05:302010-12-12T12:26:27.812+05:30रंजना जी
अमृता जी को पढवाने के लिये आपकी शुक्रगुज़ा...रंजना जी<br />अमृता जी को पढवाने के लिये आपकी शुक्रगुज़ार हूँ जब भी पढो एक नया अहसास होता है।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.com