बहाने से सही उनका साथ तो हम पा पाते
उनकों हमारा और हमें उनका ख्याल तो होता
काश कि वो वक़्त रुक जाता वही
उनकीं बातें लगी, दिल को छूने
हर बात उनकी क्यों लगती सही
मन करता बैठी रहूँ यूँ ही करीब उनके
फूलों की तरह वो सुंदर, मोर- सा मनमोहक
खीचनें लगी मैं उसकीं ओर
वो महफिलों को खुशनुमा बनाता
हमने उसे मार्गदर्शक भी चुना
तरसती थी आँखे दीदार को उनके
घंटो उन हसीं लम्हों का इंतज़ार होता
काश कि वक़्त को, मैं रोक पाती
जुदा हुई जब उनसे अचानक
रोता था यह छोटा-सा दिल
हर वक़्त उनके खयालों में डुबा रहता
मन मेरा तब पराया होने लगा
मिलने के उनसे बहाने तलाशने लगा
महफिलों में होकर भी तन्हा सी हो गयी
काश कि वो लम्हे, बापस लोट कर आये
काश कि ये, मेरे बस में होता
काश कि वक़्त को, मैं रोक पाती
काश कि कोई लम्हा वो भी याद करे हमे
काश कि मेरा इंतज़ार कुछ तो कम होता
काश कि पहले की ही तरह, मुशकरा पाती मै दुबारा
काश कि उन लम्हों को मै ज़िन्दगी बना पाती
काश कि कुछ तो मेरे बस में होता
काश कि भुला पाउ मै उनको
काश कि कोशिश ये सफल हो
काश कि होता सब वैसा जैसा चाहता है इंसान
काश कि होता सब वैसा
ज्योति चौहान
परिचय :
नाम: ज्योति चौहान/जन्म स्थान :-डेल्ही ,मूलत: उत्तर प्रदेश की है/जन्म तिथि :- 12.6.1982./शिक्षा : दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं, साथ ही रसायन-शास्त्र में स्नातकोतर,शिक्षा में स्नातक /पुस्तक- विज्ञानं तथा सुचना तकनिकी में स्नातक,और कंप्यूटर में पी.जी.डी.सी.ए/व्यवसाय :- एक वहुराष्ट्रीय कंपनी में कार्यरत हैं . नोएडा में अनुसंधान और विकास विभाग में एक वैज्ञानिक के रूप में काम कर रही हैं.
प्रेम रस में डूबी अनुपम रचना /एक एक लाइन में दिल का दर्द दिख रहा है /बहुत सुंदर प्रस्तुति /बहुत बधाई आपको /
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग पर भी आपका स्वागत है /जरुर पधारें /
www.prerna argal.blogspot .com
बहुत सुंदर
ReplyDeleteकाश!
ReplyDeleteबहुत ही बढ़िया।
ReplyDelete----
कल 05/12/2011को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
धन्यवाद!
Sunder rachna
ReplyDeleteDik ko choo gai.
सुन्दर भावाव्यक्ति।
ReplyDeleteसुन्दर शब्दावली, सुन्दर अभिव्यक्ति.
ReplyDeleteबहुत ही खुबसूरत और कोमल भावो की अभिवयक्ति......
ReplyDeleteसुन्दर भावाभिव्यक्ति
ReplyDeleteबहुत ही अच्छी प्रस्तुति ।
ReplyDeletebahut achcha likhi hain aap.....
ReplyDeletewaah bahut khub
ReplyDeletekash ki hota sab waisa jaisa ham chahe...
ReplyDeletebahut hi sundar pyarbhari rachana...
बहुत सुन्दर मन के सच्चे भाव
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