अनुभवों की चाभी अपनी होती है आगत के लिए ख़ास होती है ... रश्मि प्रभा ===============================================...
मैं कुंदन हो जाउंगी
पकड़ लो हाथ जो एक पल के लिए मैं तराशी जाऊँगी ........ अपनी निगाहों में अनमोल हो जाऊँगी रश्मि प्रभा ================================...
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ म पर्वतों की चोटियों से शैलपुत्री का रूप लिए दसों दिशाओं से मुखरित सिंहासिनी धरती पर आशीष बन अवतरित ह...
मेरी मधुशाला ……….
मेरी तेरी उसकी मधुशाला आँखों से देखो छलके हाला ... रश्मि प्रभा =============================================================== मेरी मध...
मेरा पुराना घर
पुरानी यादों में ज़िन्दगी कितनी सुन्दर नज़र आती है खोये खोये रिश्तों की खुशबू पास बुलाती है रश्मि प्रभा ============================...
समंदर का सूरज
अमृत की कई बूंदें थीं तेरे नाम में जिसने तेरा नाम लिया - अमरत्व पा गया रश्मि प्रभा ==================================================...
हाँ सर क्या लेंगे आप !
एक दिन की शहंशाही में कुछ अलग सा स्वाद दुनिया गोल है पैसे का मोल है और मुंह में पानी है.... रश्मि प्रभा ============================...
चलो लिख डालें एक कविता
मन तो चिड़िया है पंख खोले उड़ान भरता जाता है चोच में भावनाओं के दाने लिए घोसले में उतरता है और तिनकों पर लिखता है - कविता रश्मि प्रभा ...
कविता का शौक
घर की चौखट घर के भीतर ... भावों के संस्कार शब्द शब्द में ढलकर हवाओं में घुलते रहे ... देखते देखते हम कवि हो गए रश्मि प्रभा कविता ...
छुट्टे नहीं हैं(लघु हास्य कथा )
समय की नाजुकता नहीं जानी तो होगी सिर्फ हानि .... रश्मि प्रभा =====================================================================...