Fauji Life...An intresting Tale
Have You Ever been cooped Up
In a lonely bunker
at an isolated post
among the mountains In the wilderness?
Not for a day
or two
but been there for months?
have you heard the howling winds scream a paean
as if they want to express something?
Have you heard the quietness
which is itself a song?
have you felt the sublime silence
of the mind
where the thoughts flow without any interruption
like the smooth flowing river
where memories are the only thing
to be cherished..,
I have and have
never been the same ever since.
() mrigaank nandan
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(राजीव कुमार द्वारा अनुदित )
कैसा होता है फौजी जीवन
बेहद रोमांचक होता है
फौजी जीवन
कहानी बनकर जो सामने आता है.
उसका कोई पल
रोंगटे खड़ा कर जाता है
कोई गर्वोन्नत कर जाता है,
कभी रहे हो
सबसे अलग
एक-दो दिन नहीं
महीनों
उबड़-खाबड़ पहाड़ी वीरानों में
बंकर-बंद.
कभी सुना है
तेज सरसराती हवाओं में गूंजता
उत्साह जगाता
प्रेरणादायी विजयगीत,
मौन में बजता संगीत.
कभी महसूसा है
मन की परम नीरवता
निःशब्दता
जहाँ बहती है
विचारों की निर्बाध नदी,
जहाँ होती हैं
मन को गुदगुदाती,
जख्मों को सहलाती यादें .
जबसे लौटा हूँ
कुछ बदल सा गया हूँ.
शायद ऐसा ही होता है
जबभी कोई उन वीरानों से
लौटकर आता है .
निशब्द कर देने वाली लेखनी ....एक फौजी ही
ReplyDeleteअपने मन की बात को इतने अच्छे ढंग से सबके सामने
प्रस्तुत कर सकता है....उदासी और ख़ुशी की वो पल जो उसने
अपनों से दूर रहे कर महसूस किये है ....वही जानता है
कभी जिन्दगी में रोमांच और कभी डर के पल ...
बहुत खूब....उत्तम
इस रचना का एक- एक शब्द सच्चाई बयां करता हुआ ...हर अगले शब्द को नि:शब्द करती हुई गहन भाव अभिव्यक्ति ... ।
ReplyDeleteफ़ौजी जीवन का जीवन्त चित्रण कर दिया…………सच जो गुजरता है उन लम्हो से वो ही जान सकता है।बेहतरीन रचना।
ReplyDeleteamazing epression of a soldjier...!!
ReplyDeleteencompassed by loneliness -
yet so positive -
shows the undaunted strength ....!!
also shows-
the aesthetic sense of the poet .
CONGRATULATIONS.
सबकुछ अच्छा लगता है, अगर वो विवशता ना हो।
ReplyDeleteek fauji ke anushashit jeevan ko ek fauji hi explain kar sakta hai ...!!
ReplyDeletesuperb!!
waise sayad unke karan hi ham...bebak aur mast rahte hain...
maa tujhe salaam...aur tere unn beto ko bhi salam!!
तेज सरसराती हवाओं में गूंजता
ReplyDeleteउत्साह जगाता
प्रेरणादायी विजयगीत,
मौन में बजता संगीत.
wahi mahsoos kar sakta hai jo in haalat men raha ho ,,,,salam karti hoon sabhi faujiyon ko aur tum ko mrigaank beta ,
rashmi ji aap ko badhai dena chahti hoon ek fauji ki maan hone ke naate ap bhi sammaan ki haqdar hain
raajeev ji ko achchhe anuvad ke liye mubarakbad
एक फौजी के मन के सजीव भाव ...बहुत अच्छी रचना ..और राजीव जी को बधाई इसका इतना अच्छा अनुवाद करने के लिए
ReplyDeleteप्रिय मृगांक आपको आपकी रचना और उसमें बयां की गई भावनात्मक सच्चाई के लिए बधाई.आप एक फौजी हैं और आपसे बेहतर उन परिस्थितियों को कौन समझ सकता है.इसलिए आपको और आप जैसे सभी देश के रक्षकों को मेरा ह्रदय से नमन .
ReplyDeleteएक बात और, दीदी का मुझपर भरोसा करके आपकी रचना के अनुवाद का दायित्व सौपना मुझे कहीं गहरे तक अभिभूत कर गया.
इस भरोसे के लिए दीदी का आभारी हूँ .
Ni:Shabd hue Bhai...Hats Of U...God Bless U...!
ReplyDeleteबहुत उम्दा चित्रण..
ReplyDeletefauji jeevan ko behad umda tareeke se prastut kiya gaya bina shikayat bina kadvahat bina kisi apeksha ke...anuvad ne kavita ke bhavon se koi chhed chhad nahi ki kavita aur anuvad dono hi bahut sajeev ba pade hai...badhai..
ReplyDeleteExcellent creation !
ReplyDeletePoetry touches deep cornor of heart, its a true stony express in a excellent manner. Jai hind
ReplyDeleteकभी सुना है
ReplyDeleteतेज सरसराती हवाओं में गूंजता
उत्साह जगाता
प्रेरणादायी विजयगीत,
मौन में बजता संगीत.
कभी महसूसा है.....
बहुत सुन्दर एवं मर्मस्पर्शी रचना !
शुभकामनायें !
एवं साधुवाद !
भरपूर प्रतिभा है ... आखिर बेटा किसका है ... दीदी आपका बेटा आप जैसा ही लिखता है ...
ReplyDeleteबहुत सारी शुभकामनायें और आशीष !