'प्यार'
सुनते ही पूरा शरीर
प्यार में तब्दील हो जाता है
जब तक कुछ समझो
सलीब पे होता है मन यह कहता हुआ
'प्रभु इन्हें माफ़ करना
ये नहीं जानते 'प्यार ' क्या है !'
रश्मि प्रभा
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प्यार और स्वास्थ्य
कहीं पढा था इक बार मैंने
कि प्यार वो फूल है
जो गुलाब से भी सुन्दर है
प्यार वो जज्बा है
जो खुदा से बढकर है
प्यार वो दुआ है
जो दवा से ज्यादा कारगर है
प्यार को लेकर इतनी नेमते पढी थी मैंने...
दिल व्याकुल था इस अहसास को पाने के लिए
सो जनाब, हम भी कर बैठे प्यार
दिल की घंटियां खूब बजी थी टनाटन
सतरंगी इंद्रधनुष हमने भी देखे सौ बार
हर तूफान से डूबने उतरने को थे तैयार
सो हो गया हमें भी प्यार
मगर सरकार,
जल्द ही उतरा यह खुमार,
जब घंटियां दिल से खिसककर
दिमाग में टनटनाने लगीं
गुलाब के फूलों की जगह अब
उसकी कांटेदार डालियां नजर आने लगीं
सतरंगी इंद्रधनुष भी ऐसा गायब
हर चीज श्वेत-श्याम नजर आने लगी
दुआओं की जगह दवाओं का लग गया अंबार
जिन आंखों से हुआ था इकरार
उन्हीं आंखों में था पानी से लबालब भरा तालाब
प्यार तो हम भी करते हैं अब भी
मगर इस वैधानिक चेतावनी के साथ
‘प्यार स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है’
प्रवीणा जोशी
http://kukoowords.blogspot.com/
यथार्थ से भरे कटु एहसास .........
ReplyDeleteज़िन्दगी जो न दे वो कम है .....
सुंदर रचना .
गंभीर रचना.. भाव भी है यथार्थ भी है..
ReplyDelete‘प्यार स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है’
ReplyDeleteसही कहा………………स्वास्थ्य के लिये तो हानिकारक है मगर आत्मा के लिये लाभदायक क्योंकि बिना प्यार के आत्मा की तृप्ति नही होती।
गंभीर रचना.
ReplyDeleteरामनवमी पर्व की ढेरों बधाइयाँ एवं शुभ-कामनाएं
sunder rachna...
ReplyDeletepyar hota hi hai jeena sikhane ke liye..
'प्यार'
ReplyDeleteसुनते ही पूरा शरीर
प्यार में तब्दील हो जाता है
जब तक कुछ समझो
सलीब पे होता है मन यह कहता हुआ
'प्रभु इन्हें माफ़ करना
ये नहीं जानते 'प्यार ' क्या है !'
rashmi ji ,in chand shabdon men kya kuchh kah gaeen aap !
bahut khoob !
PYAR AUR SWASTHY sundar rachna PRAVEEN ji ko badhai
हकीकत से रूबरू होने की जद्दोजहद है यह रचना
ReplyDeleteवैधानिक चेतावनी का विस्तार चाहता हूँ
प्यार स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है’
पर प्यार के बिना स्वस्थ रहना असम्भव है'
saras grahy shilp sunder lga
ReplyDeleteaabhar
यथार्थ से भरे कटु एहसास| धन्यवाद|
ReplyDeletepyar par bahut achchi post....
ReplyDeleteप्यार एक बेहद खूबसूरत एहसास ..
ReplyDeleteमगर आपकी कविता भी कुछ लोगों का सत्य हो सकती है !
बेहतरीन प्रस्तुति ।
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