घोषणा से पहले _ घोषणा से पहले _

मैं कुछ भी रहूँ ... क्या फर्क पड़ता है तुम तो सलीब पे चढ़ाना जानते हो तो उठो- कुछ कहने से पहले सन्नाटा बिखेर दो ... रश्मि प्रभा   ===...

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11:00 AM

ख़त लिख रहा हूँ तुमको..... ख़त लिख रहा हूँ तुमको.....

जब तक न तेरे मुड़ने की आहट सुनाई देगी मैं जाग जाग कर अपने एहसास लिखूंगा ख़त लिखता रहा हूँ... लिखता रहूँगा .... रश्मि प्रभा ============...

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11:00 AM

"मीरा का उलाहना" "मीरा का उलाहना"

मेरी प्रीत तो दुनिया जाने तेरी प्रीत को जानूं मैं जहाँ न कोई राह मिले तू साथ चले मेरे .......... रश्मि प्रभा ========================...

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11:00 AM

विक्रम-बेताल और बिजली विक्रम-बेताल और बिजली

सब बैठें चुपचाप .... मैं लायी हूँ विक्रम बेताल रश्मि प्रभा =============================================================      विक्रम-...

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10:59 AM

सहारे- यादों के सहारे- यादों के

नहीं जाती वो खुशबू कभी पास से मचलते हैं सपने आज भी गीतों में .... रश्मि प्रभा   ===================================================...

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10:27 AM

बच्चों के लिए ब्लैक - मनी बच्चों के लिए ब्लैक - मनी

खूब कमाओ मनी दुनिया में अब सिर्फ है मनी जितना मनी कमाओगे उतना ही सुख पाओगे हाँ एक बात होगी बच्चों गीत गुनगुनाना भूल जाओगे .... रश्मि प्र...

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11:32 AM

बन्द लिफाफा बन्द लिफाफा

ख़्वाबों के चारागाह में धड़कनों में भी एक नदी बहती है सागर से मिलने को बेख़ौफ़ दौडती है ... रश्मि प्रभा ===============================...

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10:45 AM

रिमोट कंट्रोल रिमोट कंट्रोल

खट खट खट खट......... मोह दरवाज़े पर दस्तक देता रहता है ! कान बंद कर लूँ फिर भी ये दस्तकें सुनाई देती हैं - और आंखों में कागज़ की नाव...

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10:22 AM

मुझमें प्रेम नहीं अब!(क्षणिकाएं ) मुझमें प्रेम नहीं अब!(क्षणिकाएं )

जब आस पास सबकुछ ख़त्म होने लगता है तो बहुत कुछ कहना भी क्षणिक होता है  रश्मि प्रभा =============================================...

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10:30 AM

उत्तर : अनुत्तरित प्रश्नों के ! उत्तर : अनुत्तरित प्रश्नों के !

http://hindigen.blogspot.com/ जो अनुत्तरित है उसे अनुत्तरित ही रहने दो सच का सैलाब उत्तर बन गया तो सारे भ्रम मिट्टी में मिल जायेंगे ... ...

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12:05 PM

तुमने जिनको छू लिया..... तुमने जिनको छू लिया.....

साथ अपने जब ग़ज़ल की शाम होती है ज़िन्दगी पलकें झुकाए साथ चलती है रश्मि प्रभा ====================================================...

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10:20 AM

प्रकृति के सुकुमार कवि पन्त - मेरी और उनकी कलम में प्रकृति के सुकुमार कवि पन्त - मेरी और उनकी कलम में

प्रकृति के सुकुमार कवि पन्त ने मुझे किरणों से बात करना सिखाया , पक्षियों की चहचहाहट में भोर का सन्देश दिया . कक्षा में उनकी रचना ने प्रकृति...

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10:47 AM

गरीब का भाई गरीब का भाई

मीठे आम मीठे आम भूल गए हम सारे काम कोई है छोटा कोई है टेढ़ा लेकिन सब है बड़ा रसीला आओ मिलकर खाएं आम भूल के अपने सारे काम मीठे आम मीठे आम .....

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10:32 AM
 
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