छोटी  सी  लहर छोटी सी लहर

तालाब में उठी वो छोटी सी लहर फैल जाती है जिस्म-ओ-जिगर पर लेकिन,बहुत शांत!!! देती है गहरी खोह,’अब’तलाशो खुद को। समंदर की तरह न वो श...

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10:03 AM

सच का सामना या .....निजता का मोल सच का सामना या .....निजता का मोल

दोष न टीवी का न बनानेवालों का अश्लीलता ही चाहिए सबको जितनी अश्लीलता , उतना मार्केट वैल्यू टीआरपी देखिये और जानिए बेसब्री से इं...

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10:18 AM

सीखा है हमने... सीखा है हमने...

होशियारी सीखी या नहीं अनाड़ी हो कि नहीं ... इससे परे बच्चे बन जाओ मिलजुल रहो , हंसो , मासूम सपने देखो न किसी ध्यान की ज़रूरत हो...

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10:49 AM

तिनके का दर्द तिनके का दर्द

तिनका भी मृग सा हो जाता है मृग अपने भीतर की कस्तूरी भूल जाता है तिनका भूल जाता है एक तिनके के सहारे टूटे पंख लगते हैं किनारे .....

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10:31 AM

क्रोध क्रोध

क्रोध एक अनियंत्रित मनोदशा जो सिर्फ विनाश करता है ... रश्मि प्रभा ================================================================ क्रो...

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11:41 AM

वह औरत है वह औरत है

पंख तो हैं , क्षमताएं भी विस्तृत आकाश भी पर नीड़ का निर्माण भी मैंने ही किया है ये जो अबोध बच्चे हैं ............ यहाँ बाज घात लगाए ह...

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10:58 AM

असफल औरत यानी एक घुटन भरी डायरी असफल औरत यानी एक घुटन भरी डायरी

औरत की निष्ठा उसकी हार बनती है उसकी ख़ामोशी उसकी निजी डायरी में सिसकियाँ लेती है ... रश्मि प्रभा ===========================================...

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10:33 AM

कवि निरपेक्ष होते हैं सापेक्ष नहीं कवि निरपेक्ष होते हैं सापेक्ष नहीं

कवि और उसकी कविता प्रकृति कह लो , धड़कन कह लो प्रतिध्वनि कह लो पत्ते पर ठहरी ओस की बूंद कह लो वही वेद, वही ऋचा और उसके एहसास यज्ञकुंड ! कवि ...

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3:12 PM

मौत खड़ी दरवाजे..... मौत खड़ी दरवाजे.....

मौत खड़ी दरवाजे आ के पूछ रही थी मेरा नाम  मैंने नाम बताया बोली लाई हूँ तेरा पैगाम  तेरी ज़िन्दगी मेरी अमानत में लेने को आई हूँ  अब तक मुझसे...

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11:35 AM

हर किसी का अपना तरीका है ज़िन्दगी का ... हर किसी का अपना तरीका है ज़िन्दगी का ...

हर किसी का अपना      तरीका है ज़िन्दगी का          हर किसी का अपना               अंदाज़ अलग है... फिर क्या गलत        और क्या सही        ...

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11:06 AM

चाँद ज़मी पर.... चाँद ज़मी पर....

हर रात तुम्हे याद करता हूँ  हर रात तुम जवाब नहीं देती हो  हर रात का ये चक्कर होता है  चाँद ज़मी पर आता है  ख्वाब अधूरे दिखाता है  एहस...

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11:12 AM

खिसक गया जीवन आधार.... खिसक गया जीवन आधार....

महँगी रोटी-सस्ती कार खिसक गया जीवन आधार।। भीख माँग कर द्वारे-द्वारे, जा बैठे ऊँचे आसन पर। भोली जनता को भरमाया, इठलाते सत्ता-शासन पर। ...

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12:59 PM

सौवाँ शतक सौवाँ शतक

  व्यंग्य कविता  सचिन,बधाई ढेरों तुमको,तुमने सौवाँ शतक लगाया हम सब खेलप्रेमियों का था,जो सपना ,सच कर दिखलाया बहुत दिनों से आस लगी थ...

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10:15 AM

इस दिल ने नादानी में,आग लगा दी पानी में | इस दिल ने नादानी में,आग लगा दी पानी में |

ग़ज़ल इस दिल ने नादानी में आग लगा दी पानी में | वा'दे सारे खाक हुए आया मोड़ कहानी में | तेरी याद चली आए है ये दोष निशानी में | कब उल्फ...

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1:56 PM

सपनों में भी कविताएं बनती है... सपनों में भी कविताएं बनती है...

कल रात मुझे पता चला सपनों में भी कविताएं बनती है सपनों की धुंधली आकृतियाँ स्मृतियों के कोहरे से बनती है कल रात उसने मुझे सपनों में घुसक...

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10:32 AM

मेरा कुत्ता मेरा कुत्ता

मेरा कुत्ता नेता हो गया है लोगों का चहेता हो गया है जहाँ भी जाये जुगत भिड़ा लेता है भाषण देने लगे तो जमा देता है कुत्ता मेरा है -- प...

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11:02 AM

मेरा पेड़ मेरा पेड़

मेरे भीतर उगा है पेड़ पर नहीँ बैठी है अभी कोई भी चिड़िया नहीँ मुस्कुराया है अभी कोई भी फूल और भंवरे की तान सुनने के लिए मन कितना-कितना तर...

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10:44 AM
 
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