तुम एक वटवृक्ष हो
इसकी शाखाओं में
ऋतुओं के गीत हैं ...
पत्ते गिरते हैं
तो पत्ते आते भी हैं
वर्षों में
समय दर समय बने घोंसलों में
अनगिनत लम्हों के कलरव हैं ...
चलो गिनते हैं अपनी उँगलियों पर
उन सालों को
जब इसके हरे पत्तों पर
हम अपना नाम लिखा करते थे
देखो न
अब इन हरे पत्तों पर
हमारे बच्चों के नाम हैं...
तुम्हारे घनत्व में
कितने राहगीर सुकून पाते हैं
परत दर परत तुम्हारे तने में
जाने कितनी कहानियाँ हैं
कुछ इनकी कुछ उनकी
कुछ हमारी ...
......
एक नया साल
नई उम्मीदों के संग
लिपटा है तेरी टहनियों से
नए सपनों की सरसराहट है पत्तों में
तुम्हारे जड़ों की मजबूती
सपनों का हौसला ...
ईश्वर का प्रतिनिधित्व करो
कहो किसी मंत्र की तरह
मस्जिद के अजान की तरह
'नया वर्ष ,
सपनों से हकीकत तक का
स्वर्णिम सफ़र तय करे
हर दिन तुम्हारा हो'
....
अपने अनुभवों का शंखनाद करो
२०११ का जयघोष करो ....


()रश्मि प्रभा

18 comments:

  1. नए सपनों की सरसराहट है पत्तों में
    तुम्हारे जड़ों की मजबूती
    सपनों का हौसला ...
    ईश्वर का प्रतिनिधित्व करो

    बहुत ही सुन्‍दर शब्‍दों का संगम है इस अभिव्‍यक्ति में ...नववर्ष की मंगलकामनाओं के साथ आभार इस प्रस्‍तुति के लिये .....।

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  2. एक नया साल
    नई उम्मीदों के संग
    लिपटा है तेरी टहनियों से
    नए सपनों की सरसराहट है पत्तों में
    तुम्हारे जड़ों की मजबूती
    सपनों का हौसला ...
    ईश्वर का प्रतिनिधित्व करो

    बहुत खूबसूरत ....नए साल के नए संकल्प ...नए पत्ते ...सुन्दर अभिव्यक्ति

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  3. आपकी अनुमति मिल गयी... बस अब तो जयघोष ही होगा...
    नए वर्ष की ढेर सारी शुभकामनाएं...
    आशीर्वाद भरे हाँथ यूँही सर पर बनाएं रक्खें...

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  4. बेहद सुन्दर स्वप्न्।
    नए साल की हार्दिक शुभकामनायें

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  5. एक नया साल
    नई उम्मीदों के संग
    लिपटा है तेरी टहनियों से
    नए सपनों की सरसराहट है पत्तों में
    तुम्हारे जड़ों की मजबूती
    सपनों का हौसला ...
    ईश्वर का प्रतिनिधित्व करो
    कहो किसी मंत्र की तरह
    मस्जिद के अजान की तरह
    'नया वर्ष ,
    सपनों से हकीकत तक का
    स्वर्णिम सफ़र तय करे
    हर दिन तुम्हारा हो'
    ....
    अपने अनुभवों का शंखनाद करो
    २०११ का जयघोष करो ....|

    Aamin !

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  6. एक नया साल
    नई उम्मीदों के संग
    लिपटा है तेरी टहनियों से
    नए सपनों की सरसराहट है पत्तों में
    तुम्हारे जड़ों की मजबूती
    सपनों का हौसला ...
    ईश्वर का प्रतिनिधित्व करो
    कहो किसी मंत्र की तरह
    मस्जिद के अजान की तरह
    'नया वर्ष ,
    सपनों से हकीकत तक का
    स्वर्णिम सफ़र तय करे
    हर दिन तुम्हारा हो'
    ....
    अपने अनुभवों का शंखनाद करो
    २०११ का जयघोष करो ....|

    Aamin !

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  7. दीदी, आपने तो २०११ को बहुत ही सुन्दर ढंग से स्वागत किया है इस खुबसूरत रचना के साथ ...
    एक नया साल
    नई उम्मीदों के संग
    लिपटा है तेरी टहनियों से
    नए सपनों की सरसराहट है पत्तों में
    तुम्हारे जड़ों की मजबूती
    सपनों का हौसला ...

    बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति !

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  8. नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।

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  9. "एक नया साल
    नई उम्मीदों के संग
    लिपटा है तेरी टहनियों से
    नए सपनों की सरसराहट है पत्तों में
    तुम्हारे जड़ों की मजबूती
    सपनों का हौसला ...
    ईश्वर का प्रतिनिधित्व करो"
    आदरणीय दीदी .सपनों को उम्मीद की मजबूती प्रदान करती हुई. सकारात्मक उर्जा से भरपूर एक अत्यंत उत्साहवर्धक रचना.नववर्ष की मंगल कामना के साथ .

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  10. आप सभी को नए साल की मुबारकबाद अल्लाह आपकी जिन्दगी को खुशियों से भर दे http://aapkiamanat.blogspot.com

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  11. 'नया वर्ष ,
    सपनों से हकीकत तक का
    स्वर्णिम सफ़र तय करे
    हर दिन तुम्हारा हो'

    नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं.

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  12. ुआज लगभग 7-8 दिन बाद नेट पर आयी हूँ और आपके ब्लाग पर ही मेरा पहला कमेन्ट है आपको नये साल की बहुत बहुत बधाई और शुभकामनायें।

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  13. वटवृक्ष के साए तले ऋतुओं के नव गीत ऐसे ही गुनगुनाये जाएँ ...
    नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें !

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  14. आशा की उजास और उर्जा से लबरेज खूबसूरत अभिव्यक्ति. आभार.

    अनगिन आशीषों के आलोकवृ्त में
    तय हो सफ़र इस नए बरस का
    प्रभु के अनुग्रह के परिमल से
    सुवासित हो हर पल जीवन का
    मंगलमय कल्याणकारी नव वर्ष
    करे आशीष वृ्ष्टि सुख समृद्धि
    शांति उल्लास की
    आप पर और आपके प्रियजनो पर.

    आप को सपरिवार नव वर्ष २०११ की ढेरों शुभकामनाएं.
    सादर,
    डोरोथी.

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  15. ........सपनों से हकीकत तक का
    स्वर्णिम सफ़र तय करे
    हर दिन तुम्हारा हो'
    ....
    अपने अनुभवों का शंखनाद करो
    २०११ का जयघोष करो ....

    वाह! सार्थक आवाहन!
    नववर्ष की सब को शुभकामनायें!

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  16. नए साल के उजले भाल पे
    लिखें इबारत नए ख्‍याल से।
    *
    आपके शंखनाद में हमारी आवाज भी मिला लें।
    *
    21 का 11 मुबारक हो ।

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  17. नव वर्ष में ये वट वृक्ष आपनी शीतल छाया से अगणित पथिको को विश्राम दे , ऐसी प्राथना होगी प्रभु से . आपको नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये .

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  18. एक नया साल
    नई उम्मीदों के संग
    लिपटा है तेरी टहनियों से
    नए सपनों की सरसराहट है पत्तों में
    तुम्हारे जड़ों की मजबूती
    सपनों का हौसला ...
    ईश्वर का प्रतिनिधित्व करो

    अक्षय ऊर्जा और उल्लास से परिपूर्ण

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