जाने कितना कुछ छूटता जा रहा है अंत में रह क्या जायेगा ... रश्मि प्रभा =================================================...
एक बूँद ओस की......
बूंद ओस की हो या नमी हो मिट्टी की आँखें अपनी मनःस्थिति जीती हैं .... रश्मि प्रभा ==================================================...
मीर की गज़ल सा......
कभी मैं ग़ज़ल कभी तुम ग़ज़ल उम्र का यही इक सफ़र फिर भी ... अजनबी से तुम अजनबी से हम आओ कुछ यादें पिरो लें .... रश्मि प्रभा ========...
" उर्जामय जिन्दगी "
ब्लॉग की दुनिया में चलते चलते कई नाम कई चेहरे अपने हो गए हैं .... नए क़दमों का आना भी जारी है . कम उम्र के नए कदम तो बहुत कुछ जानते हैं , पर...
कशमकश ....
न ये सही न वो सही असमंजस में है ज़िन्दगी ... रश्मि प्रभा ============================================================== कशमकश .... ...
दीवाली सच में!
BMW / Diamond Ring इसे पाना आसान है माँ मुझे वही देना जो मैंने माँगा है.... रश्मि प्रभा ============================...
प्रतिच्छाया
सच और झूठ के बीच भ्रमित मन यथार्थ के स्वाद से दूर होता है ... रश्मि प्रभा ===========================================================...
कुदाल से त्योरियां ~~
हल तुम चलाते हो पसीने की ईमानदार उम्मीदों से ख्वाब तुम देखते हो तो अपने लहलहाते फसल का मान रखो अपने हक़ की लकीर गहरी खींचो..... रश्मि ...
रहना चाहता हूँ दूर ......
सिर्फ स्वप्न हैं अनगिनत आशाओं का एक अजब सा माया जाल है हर तरफ भागमभाग है- आगे बढने की कभी खुद की इच्छा से खुद के बल से और कभी ...
हे अग्नि देवता!
हे अग्नि देवता! शारीर के पंचतत्वों में, तुम विराजमान हो, तुम्ही से जीवन है तुम्हारी ही उर्जा से, पकता और पचता भोजन है तुम्हारा स्पर्...
दूरी कब? दूरी कैसी?दूरी कहाँ?
हमारे लिए कोई और कैसे कुछ कह सकता है ना सुनते हुए भी हमने सुना है एक दूजे को उस आवाज़ की पहचान कोई और कैसे कर सकता है दो प्यार करनेवालों ...