इस एतिहासिक क्षण को
अपने आलिंगन मे आबद्ध कर लेने को आतुर है समय
क्योंकि-
हो गया है आगाज
परिकल्पना उत्सव का
परिकल्पना पर आज से .........
इस उत्सव में आप भी आयें
कुछ सुनें, कुछ सुनाएँ
कुछ गुनें, कुछ गुनगुनाएँ
खुशियों के संग नाचे-गायें
और-
ढेर सारी खुशियों की सौगात ले जाएँ !
चलिये चलते हैं रश्मि प्रभा के पास
परिकल्पना के मंच पर !......यहाँ किलिक करें
बहुत - बहुत शुभकामनाएं ... परिकल्पना उत्सव की !!!
ReplyDeleteशुभकामनाएं ...
ReplyDeleteपरिकल्पना उत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ...!:)
ReplyDeleteबहुत - बहुत शुभकामनाएं ...
ReplyDeleteढेरों शुभकामनायें..
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